क्रीड़ा
खेल हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है। जिस प्रकार जीवन को व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए हमारे शरीर का स्वस्थ होना अत्यंत आवश्यक है उसी प्रकार हमारे शरीर के पूर्ण विकास हेतु व्यायाम बहुत जरूरी है, खेल व्यायाम का सबसे अच्छा साधन माना जाता है। खेल ही हमारे शरीर को स्वस्थ, तन्दुरुस्त, गतिशील एवं स्फूर्ति प्रदान करने में सहायक होता है। कुछ माता-पिता खेलों को सिर्फ मनोरंजन का साधन समझकर बालकों की खेलों में रुचि लेने का विरोध करते हैं, परंतु खेल ही एक ऐसा व्यायाम है जो हमारे शारीरिक अंगों के विकास के साथ-साथ मानसिक विकास में भी सहायक है, इससे हमारे दिमाग का संतुलित विकास होता है।
इस प्रकार खेलों का हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है, इससे मनुष्य आत्मविश्वासी एवं प्रगतिशील बनता है। हम सब का एक प्रयास होना चाहिए कि हम इस नई पीढ़ी को किताबी ज्ञान के साथ-साथ खेलों में भी उनकी रुचि बढ़ाएं। सभी साधन उपलब्ध कराएं, जो उन्हें खेलों के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने में सहायक हो। एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है स्वस्थ जीवन ही सफलता प्राप्त करने की कुंजी है। इस तरह खेल हमारे जीवन को सफल बनाने में सहायक है।
राजकीय महाविद्यालय मंगलौर द्वारा प्रतिवर्ष वार्षिकक्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाता है महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं अधिक संख्या में खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं। कैरम, लम्बी कूद, उंची कूद, शतरंज, 100 मीटर, 200 मीटरदौड़ए भाला फेंक, गोला फेंक आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।